राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में शनिवार को एंबुलेंस में पेट्रोल खत्म होने से एक मरीज की मौत हो गई।
आरोप है कि एंबुलेंस का पेट्रोल खत्म होने के बाद मरीज को अस्पताल ले जाने में देरी हुई।
बांसवाड़ा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ बीपी वर्मा ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है।
राज्य के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रताप खाचरिया ने कहा कि सरकार इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें कथित तौर पर मरीज के परिजन उसे समय पर अस्पताल पहुंचाने के प्रयास में वाहन को धक्का देते दिख रहे हैं।
सीएमएचओ ने कहा, “हमें घटना के बारे में पता चला और इसकी जांच शुरू कर दी है। हम पीड़ित के परिजनों से मिलेंगे और पता लगाएंगे कि कहीं कोई लापरवाही तो नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि अगर निजी स्वामित्व वाली एम्बुलेंस का ईंधन खत्म हो जाता है, तो दोष मालिक का होता है न कि राज्य की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का।
मंत्री ने कहा, ‘हमारी सरकार निजी अस्पतालों में मरीजों का मुफ्त इलाज करती है। हालांकि, अगर एक निजी एम्बुलेंस का ईंधन खत्म हो जाता है और रोगी की मृत्यु हो जाती है, तो दोष एम्बुलेंस सेवा के प्रबंधन का होता है न कि स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का। हम जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।”