Jersey Review: रीमेक के राजकुमार बने शाहिद कपूर, ‘जर्सी’ में लगाया सेकेंड इनिंग्स का शानदार सिक्सर

Jersey Review: रीमेक के राजकुमार बने शाहिद कपूर, ‘जर्सी’ में लगाया सेकेंड इनिंग्स का शानदार सिक्सर

Movie Review जर्सी कलाकार शाहिद कपूर , मृणाल ठाकुर , पंकज कपूर , रोनित कामरा , गीतिका महेंद्रू और रुद्रशीष मजूमदार

Movie Review जर्सी कलाकार शाहिद कपूर , मृणाल ठाकुर , पंकज कपूर , रोनित कामरा , गीतिका महेंद्रू और रुद्रशीष मजूमदार

लेखक गौतम तिन्ननूरी , सिद्धार्थ और गरिमा निर्देशक गौतम तिन्ननूरी

लेखक गौतम तिन्ननूरी , सिद्धार्थ और गरिमा निर्देशक गौतम तिन्ननूरी

निर्माता दिल राजू , अमन गिल और सूर्यदेवड़ा नागा वामसी रिलीज डेट 22 अप्रैल 2022

निर्माता दिल राजू , अमन गिल और सूर्यदेवड़ा नागा वामसी रिलीज डेट 22 अप्रैल 2022

बड़े परदे पर लीड हीरो बने शाहिद कपूर को अगले साल 20 साल हो जाएंगे। इन दो दशकों में शाहिद कपूर ने सिनेमा के सारे उतार चढ़ाव नाप लिए हैं

बड़े परदे पर लीड हीरो बने शाहिद कपूर को अगले साल 20 साल हो जाएंगे। इन दो दशकों में शाहिद कपूर ने सिनेमा के सारे उतार चढ़ाव नाप लिए हैं

ये एक इंसान के खुद से जूझने की कहानी है। ये एक बाप और बेटे के आपसी दुलार की कहानी है

ये एक इंसान के खुद से जूझने की कहानी है। ये एक बाप और बेटे के आपसी दुलार की कहानी है

क्रिकेट की नहीं रिश्तों की कहानी ‘जर्सी’ में एक संवाद है, 'आपने मुझे मारा, किसी से कहूं भी तो ये बात कोई मानेगा ही नहीं

क्रिकेट की नहीं रिश्तों की कहानी ‘जर्सी’ में एक संवाद है, 'आपने मुझे मारा, किसी से कहूं भी तो ये बात कोई मानेगा ही नहीं

सात साल के एक बच्चे का अपने पिता के स्नेह पर ऐसा विश्वास देख आपकी भी आंखें भर आएंगी।

सात साल के एक बच्चे का अपने पिता के स्नेह पर ऐसा विश्वास देख आपकी भी आंखें भर आएंगी।

एक बेटे और उसके पिता के आपसी विश्वास की इतनी भावुक कहानी 'जर्सी'

एक बेटे और उसके पिता के आपसी विश्वास की इतनी भावुक कहानी 'जर्सी'

लेकिन, एक लाइन का जो संदेश दर्शकों तक इसकी कहानी के असल तत्व को लेकर पहुंचना चाहिए था

लेकिन, एक लाइन का जो संदेश दर्शकों तक इसकी कहानी के असल तत्व को लेकर पहुंचना चाहिए था

अपने पिता की कहानी पर लिखी किताब खरीदने पहुंचता है और बातों ही बातों में शुरू हो जाती है कहानी अर्जुन तलवार की

अपने पिता की कहानी पर लिखी किताब खरीदने पहुंचता है और बातों ही बातों में शुरू हो जाती है कहानी अर्जुन तलवार की

वह कोच माधव शर्मा का अर्जुन है। कहीं से उन्होंने उसे तलाशा। फिर तराशा और फिर ऐसा बल्लेबाज बना दिया

वह कोच माधव शर्मा का अर्जुन है। कहीं से उन्होंने उसे तलाशा। फिर तराशा और फिर ऐसा बल्लेबाज बना दिया

जिस पर जमाने को नाज हो न हो, उन्हें बहुत नाज है। फिर अर्जुन क्रिकेट छोड़ देता है

जिस पर जमाने को नाज हो न हो, उन्हें बहुत नाज है। फिर अर्जुन क्रिकेट छोड़ देता है

घर छोड़कर चली आई माशूक से ब्याह कर लेता है। बाप भी बन जाता है। सरकारी नौकरी कर लेता है। और, फिर एक दिन पैसे पैसे को मोहताज हो जाता है.

घर छोड़कर चली आई माशूक से ब्याह कर लेता है। बाप भी बन जाता है। सरकारी नौकरी कर लेता है। और, फिर एक दिन पैसे पैसे को मोहताज हो जाता है.

फिल्म ‘जर्सी’ देखने जाने की मेरे लिए वजह ये थी कि ‘कबीर सिंह’ की कामयाबी का शाहिद कपूर ने क्या किया है।

फिल्म ‘जर्सी’ देखने जाने की मेरे लिए वजह ये थी कि ‘कबीर सिंह’ की कामयाबी का शाहिद कपूर ने क्या किया है।